इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थी को हिंदी साहित्य के भक्ति एवं रीतिकाल अर्थात् मध्यकाल का अध्ययन करवाना है। ताकि विद्यार्थी मध्यकालीन परिवेश, भाषा, संस्कृति आदि के साथ ही प्रमुख कवियों की चिंतन शैली आदि को समझ सके।
Course Outcome |
Learning and teaching strategies |
Assessment Strategies |
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पाठ्यक्रम पूर्ण करने के पश्चात विद्यार्थी इनमें सक्षम होगा- CO 6 मध्यकालीन कवियों की समाज एवं साहित्य में रही मुख्य भूमिका को समझ पाएगा CO 7 भारतीय दर्शन एवं भक्ति के प्रकारों को समझ पाएगा CO 8 भक्ति काल एवं रीतिकाल की लेखन शैली में आए परिवर्तनों को कबीर दास, तुलसीदास तथा भूषण एवं बिहारी के माध्यम से समझ पाएगा। CO 9 निर्गुण एवं सगुण भक्ति के दर्शन को समझ पाएगा CO 10 मीरा के माध्यम से तत्कालीन परिस्थितियों के संदर्भ में महिलाओं की स्थिति को समझ पाएगा। |
Approach in teaching: प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा
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Class test, Semester end examinations, Quiz, Solving problems in tutorials, Assignments |
रसखान (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)
भूषण (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)