इस पाठ्यक्रम का उद्देद्गय भाषा के विकास के साथ-साथ उपभाषाएँ, बोलियाँ, वाक्य, अर्थविज्ञान व लिपि विषयक ज्ञान प्राप्त करना है।
हिन्दी भाषा
हिन्दी शब्द का प्राचीन अर्थ
हिन्दी का विकास
हिन्दी का भौगोलिक विस्तार
उपभाषाएँ एवं बोलियां- राजस्थानी, खड़ी बोली, ब्रजभाषा, अवधी, बिहारी, पहाड ी एवं इनकी बोलियाँ
वाक्य की परिभाषा एवं स्वरूप
वाक्य भेद-रचना के आधार पर
वाक्य भेद- अर्थ के आधार परहिन्दी का मानकीकरण और कम्प्यूटर
कम्प्यूटर के माध्यम से हिन्दी का प्रयोग
मानकीकरण
मानक हिन्दी की शब्दावली
लिपि का उद्भव और विकास
देवनागरी लिपि का नामकरण और विकास
देवनागरी लिपि की विद्गोषताएँ
हिन्दी भाषाः उद्भव और विकास- डॉ. हेतु भारद्वाज, डॉ. रमेद्गा रावत, पंचद्गाील प्रकाद्गान, जयपुर।
हिन्दी भाषाः डॉ. भोला नाथ तिवारी, किताबमहल, १५, थार्नहिल रोड , इलाहाबाद।