हिन्दी व्याकरण और संप्रेषण

Paper Code: 
IHIN 100
Credits: 
02
Contact Hours: 
30.00
Max. Marks: 
100.00
Objective: 

Course Objective:

इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थी को हिंदी भाषा की व्याकरणिक एवं रचनात्मक पक्ष की सामान्य जानकारी प्राप्त करवाने साथ ही प्रभावशाली संप्रेषण की तकनीकों से भी परिचित करवाना  है। ताकि विद्यार्थी व्याकरणिक पक्ष में समृद्ध हो अपने भावों व विचारों का संप्रेषण प्रभावशाली तरीके से कर सकें।

Course Outcome

Learning and teaching strategies

Assessment Strategies

 
 

पाठ्यक्रम पूर्ण करने के पश्चात विद्यार्थी इनमें सक्षम होगा-

  1. व्याकरण के सामान्य नियमों का परिचय प्राप्त कर भाषा के शुद्ध रूप का प्रयोग कर पाएगा
  2. उपसर्ग-प्रत्यय आदि का ज्ञान प्राप्त कर शब्द निर्माण एवं शब्द के अर्थ  वैशिष्ट्य को समझने में सक्षम हो पाएगा
  3. संक्षेपण व पल्लवन लेखन शैली से परिचित होकर कार्यालय क्षेत्रों में उसका उचित प्रयोग कर  पाएगा
  4. प्रभावी संप्रेषण का महत्व समझने के साथ-साथ विद्यार्थी रोजगार के विभिन्न क्षेत्रों हेतु लेखन, वाचन, पठन में भी सक्षम हो पाएगा
  5. मुहावरे और लोकोक्तियों आदि का परिचय प्राप्त कर अपने भावों और विचारों को प्रभावशाली रूप से अभिव्यक्त कर पाएगा

Approach in teaching:

प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा

 

 

Class test, Semester end examinations, Quiz, Solving problems in tutorials, Assignments

 
 

 

Unit 1: 
-
6.00
हिन्दी व्याकरण एवं रचना- संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया एवं अव्यय का परिचय
 
Unit 2: 
-
6.00

उपसर्ग, प्रत्यय तथा समास

6.00
पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, शब्द शुद्धि, वाक्य शुद्धि, मुहावरे और लोकोक्तियाँ, पल्लवन एवं संक्षेपण
 
Unit 4: 
-
6.00

संप्रेषण की अवधारणा और महत्त्व, संप्रेषण के प्रकार, संप्रेषण के माध्यम, संप्रेषण की तकनीक

Unit 5: 
-
6.00
अध्ययन, वाचन एवं चर्चाः प्रक्रिया एवं बोध,
 साक्षात्कार, भाषण कला एवं रचनात्मक लेखन
 
Essential Readings: 
सहायक पुस्तकें: 
  • सरस्वती मानक हिन्दी व्याकरण तथा रचना - डां. कमल सत्यार्थी
  • परिष्कृत हिन्दी व्याकरण - बदरीनाथ कपूर
  • हिन्दी व्याकरण - कामता प्रसाद गुरू 
  • मानक हिन्दी का स्वरूप,भोलानाथ तिवारी, प्रभात प्रकाशन, नई दिल्ली-11002
  • संक्षेपण और पल्लवन - कैलाश चन्द भाटिया/तुमन सिंह, प्रभात प्रकाशन दिल्ली।
  • संक्षेपण और पल्लवन - कैलाष चन्द भाटिया/तुमन सिंह, प्रभात प्रकाशन दिल्ली।
  • हिन्दी व्यावहारिक ज्ञान, माणक चंद भगत, जयपुर पब्लिषिंग हाउस, जयपुर।
  • संप्रेषण-परक व्याकरणः सिद्धांत और स्वरूप, सुरेश कुमार
  • हिन्दी का सामाजिक संदर्भ, रवीन्द्रनाथ श्रीवास्तवा
  • रचना का सरोकार, विश्वनाथ प्रसाद तिवारी 
  • हिन्दी भाषा और संप्रेषण, डॉ0 रूचिरा ढींगरा, डॉ0 आलोक रंजन पांडेय, प्रकाशक-STS Book Depot 
    • हिन्दी भाषा संप्रेषण और संचार, डॉ0 अनिरूद्ध कुमार ’सुधांशु’, डॉ0 महन्थी प्रसाद यादव, प्रकाशक श्री नटराज प्रकाशन, दिल्ली।
 
References: 
  • ई-पाठ्यसामग्रीः 

शोध पत्र-पत्रिकाएँः

  • साहित्य अमृत मासिक पत्रिका
  •  हंस, संपादकः संजय सहाय, अक्षर प्रकाशन प्रा0 लि0, नई दिल्ली
  • वागार्थ, भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता
 

 

Academic Year: