कार्यालयी हिन्दी(Skill Enhancement Courses (SEC))

Paper Code: 
25SHIN 501
Credits: 
04
Contact Hours: 
60.00
Max. Marks: 
100.00
Objective: 

वर्तमान समय में युवाओं के लिए पत्रकारिता के क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं ।इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को कार्यालय हिंदी से परिचित करवाना है ताकि वे विभिन्न क्षेत्रों में जैसे बैंक, पत्रकारिता, संचार माध्यम, सरकारी कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों आदि विभिन्न क्षेत्रों में अपनी योग्यता सिद्ध कर सके |

Course Outcomes: 

Course Outcome

Learning and teaching strategies

Assessment Strategies

 

पाठ्यक्रम पूर्ण करने के पश्चात विद्यार्थी इनमें सक्षम होगा-

CO 1सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों में हिंदी के माध्यम से भी पत्राचार करना सीख पाएगा

CO 2कार्यालयी क्षेत्रों में प्रयुक्त पारिभाषिक शब्दावली के हिंदी व अंग्रेजी दोनों रूपों से परिचित होगा

CO 3कार्यालय प्रयोजनों में प्रयुक्त विभिन्न यांत्रिक उपकरणों के अनुप्रयोग को समझ पाएगा

CO 4संक्षेपण व पल्लवन विधा से परिचित होकर कार्यालयी क्षेत्रों में उसका उचित प्रयोग कर पाएगा

CO 5टिप्पण, प्रारूपण, आलेखन की लेखन शैली से परिचित हो पाएगा

CO6: विषय के अनुरूप अपनी बात को प्रभावात्मक तरीके से स्पष्ट कर पाएगा

शिक्षण विधियां : प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा

 

 

छात्र अधिगमन गतिविधियां:

 स्व मूल्यांकन समनुदेशन, प्रभावात्मक प्रश्न, विषय अनुसार लक्ष्य देना, प्रस्तुतीकरण

 

 

कक्षा परीक्षण, प्रश्नोत्तरी,  समनुदेशन, समूह चर्चा और प्रस्तुति,परियोजना कार्य,उपशिक्षण में समस्याओं का समाधान, मुख्य परीक्षाएँ

 

Unit 1: 
हिन्दी भाषा के विभिन्न रूप
12.00
  • राष्ट्रभाषा, राजभाषा, जनभाषा
  • शिक्षण माध्यम भाषा, संचार भाषा, सर्जनात्मक भाषा, यांत्रिक भाषा।
 
Unit 2: 
राजभाषा का स्वरूप
12.00
  • हिन्दी की सांविधानिक स्थिति- अनुच्छेद 343 से 351
  • राजभाषा अधिनियम- 1963 (यथासंशेधित 1967)
  • राजभाषा संकल्प (यथानुमोदित- 1991)
  • राजभाषा नियम- 1976
  •   राजभाषा के रूप में हिन्दी के समक्ष व्यावहारिक कठिनाईयाँ एवं संभावित समाधान
Unit 3: 
कार्यालयी पत्राचार के विविध प्रकार, सामान्य परिचय, पारिभाषिक शब्दावली
12.00
  • कार्यालय से निर्गत पत्र (ज्ञापन, परिपत्र, अनुस्मारक, पृष्ठांकन, आदेश, सूचनाएँ, निविदा आदि)
  • रिक्त पदों पर भर्ती हेतु विज्ञापन
  • आवेदन- लेखन
  • कार्यालयी हिन्दी की पारिभाषिक शब्दावली
Unit 4: 
टिप्पण, प्रारूपण, संक्षेपण और पल्लवन
12.00
  • टिप्पण का स्वरूप, विशेषताएँ और भाषा शैली
  • प्रारूपण के प्रकार, भाषा शैली, प्रारूपण की विधि
  • संक्षेपण के प्रकार, विशेषताएँ और संक्षेपण की विधि
  • पल्लवन का महत्व और प्रक्रिया
Unit 5: 
कार्यालयी प्रयोजन में विभिन्न यांत्रिक उपकरणों का अनुप्रयोग
12.00
  • कम्प्यूटर
  • लैपटॉप
  • टैबलेट
  • टेलीपिं्रटर
  • टेलेक्स
  • वीडियो कान्फ्रेंसिंग
 
Essential Readings: 
अनिवार्य पुस्तकेंः
  • प्रयोजनमूलक हिन्दी: सिद्धांत और प्रयोग-दंगलझाल्टे, वाणी प्रकाशन, 21-ए दरियागंज, नईदिल्ली, संस्करण 2006
  • प्रयोजनमूलक हिन्दी: संरचना एवं अनुप्रयोग- डा.ॅ रामप्रकाश, डॉ. दिनेशगुप्त, राधाकृष्ण प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड, 7/31, अंसारीमार्ग, दरियागंज, नई दिल्ली, संस्करण 2008
  • प्रयोजन मूलक हिन्दी और पत्रकारिता-डॉ. दिनेशप्रसाद सिंह, वाणी प्रकाशन, 21-ए दरियागंज, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण 2007
  • प्रयोजनमूलकमानक हिन्दी- ओंकारनाथ वर्मा, भारत बुकस्टोर, लखनऊ, द्वितीय संस्करण
References: 
सहायक पुस्तकेंः
  • प्रयोजनमूलक हिन्दी के विविध रूप-डॉ. राजेन्द्रप्रसाद मिश्र, राकेश शर्मा, तक्षशिला प्रकाशन, 98-ए, हिन्दी पार्क दरियागंज, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण 2005
  • वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली, वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली आयोग, नई दिल्ली
 
ई-सहायक पाठ्यसामग्रीः
शोध पत्र-पत्रिकाएँ
  • साहित्य अमृत मासिक पत्रिका
  • हंस, संपादकः संजय सहाय, अक्षर प्रकाशन प्रा0 लि0, नई दिल्ली
  • वागार्थ, भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता

 

Academic Year: