इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थी को हिंदी भाषा की उत्पत्ति एवं विकास तथा उसके व्याकरणिक व साहित्यिक पक्ष की सामान्य जानकारी प्राप्त करवाना है। ताकि विद्यार्थी अपने भावों विचारों की अभिव्यक्ति प्रभावशाली ढंग से कर सके । गद्य और पद्य के साथ-साथ व्याकरण से विद्यार्थियों की भाषा का शुद्धीकरण भी होगा जिससे कि वह अपने कार्य क्षेत्र में भाषा के माध्यम से अपनी योग्यता सिद्ध कर सके।
COURSE OUTCOME:
Course |
Learning outcome (at course level) |
Learning and teaching strategies |
Assessment Strategies |
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Paper Code |
Paper Title |
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VHI 100 |
सामान्य हिंदी |
पाठ्यक्रम पूर्ण करने के पश्चात विद्यार्थी इनमें सक्षम होगा- CO 1विभिन्न विद्वानों की रचनाओं को पढ़ने से शब्द भंडार विस्तृत होने के साथ ही भावों के प्रकटीकरण की विभिन्न शैलियों से परिचित होकर वह अपने भावों की अभिव्यक्ति अपनी तूलिका के माध्यम से और बेहतर तरीके से करने में सक्षम होगा CO 2विभिन्न भावों की समझ विद्यार्थी में उत्पन्न होगी जो उसके कार्यक्षेत्र में रंग संयोजन में मददगार होगी CO 3व्याकरण के सामान्य नियमों का ज्ञान होने से भाषा में शुद्धता आएगी CO 4संक्षेपण व पल्लवन के माध्यम से भावों के प्रस्तुतीकरण का तरीका सीखेगा CO 5विज्ञापन लेखन के विभिन्न रूपों को समझने में सक्षम |
Approach in teaching: प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा
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Class test, Semester end examinations, Quiz, Solving problems in tutorials, Assignments
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सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’: जागो फिर एक बार, भिक्षुक
हरिवंशराय बच्चन: पथ की पहचान
नागार्जुन: प्रेत का बयान
दुष्यन्त कुमार: हो गई है पीर पर्वत-सी पिघलनी चाहिए
आचार्य रामचंद्र शुक्ल- मित्रता हरिशंकर परसाईः भोलाराम का जीव महादेवी वर्माः घीसा
हिन्दी वर्तनी और उसका मानकीकरण
संज्ञाः (व्यक्तिवाचक, जातिवाचक, भाववाचक)
सर्वनामः (पुरूषवाचक, अनिश्चयवाचक, निश्चयवाचक, प्रश्नवाचक , सम्बन्धबोधक, निजवाचक)
विशेषणः (गुणवाचक, संख्यावाचक, परिमाणवाचक, सार्वनामिक विशेषण)
क्रियाः कर्म के अनुसार (सकर्मक, अकर्मक)
विलोम, पर्यायवाची (संलग्न सूची के अनुसार) , अनेकार्थक (संलग्न सूची के अनुसार) वाक्यांश के लिए एक शब्द शब्द शुद्धि, वाक्य शुद्धि
विज्ञापन-स्वरूप और विशेषताएँ
विज्ञापन में प्रयुक्त हिन्दी।
संक्षेपण
ई-पाठ्यसामग्रीः
शोध पत्र-पत्रिकाएँः
क्रम सं. |
पर्यायवाची शब्द | अनेकार्थक शब्द सूची |
1 | अमृत | अंक |
2 | अश्व | अज |
3 | असुर |
अर्थ |
4 | अरण्य | अक्षर |
5 | अनुराग | अम्बर |
6 | अम्बा | अरूण |
7 | आँख | आगम |
8 | आकाश |
कनक |
9 | आम | कृपण |
10 | ईश्वर | कर |
11 | कमल | काल |
12 | कनक | गुरु |
13 | बादल | घन |
14 | जल | श्रुति |
15 | कामदेव | गुण |
16 | किरण | कृष्ण |
17 | गंगा | तीर |
18 | चतुर | द्रव्य |
19 | तलाब | कुंभ |
20 | निशा | वर |
21 | पवन | नग |
22 | पत्थर | चपला |
23 | पृथ्वी | पट |
24 | पहाड़ | वर्ण |
25 | पुष्प | क्षेत्र |