1. प्रयोजन मूलक हिन्दी -अर्थ व परिभाषा
2. प्रयोजन मूलक हिन्दी की विषेषताएं
3. प्रयोजन मूलक हिन्दी का महत्व
4. प्रयोजन मूलक हिन्दी के विविध रूप
1- अनुवाद का अर्थ, परिभाषा व प्रकार
2- अनुवाद की प्रक्रिया
3- अनुवादक के गुण
4- अनुवाद-अंग्रेजी से हिन्दी / हिंदी से अंग्रेजी
5- पारिभाषिक शब्दावली
1- संक्षेपण - महत्व, प्रक्रिया, विशेषताए एवं संक्षेपक के गुण
2- पल्लवन - महत्व, प्रक्रिया एवं भाषा
3- प्रतिवेदन (रिपोर्ट)- परिभाषा, प्रारूप, प्रक्रिया, प्रतिवेदन लेखन (राजनीति, प्राकृतिक आपदा)
1- प्रार्थना पत्र
2- आवेदन पत्र
3- सरकारी पत्राचार: सरकारी पत्र, अर्द्धसरकारी पत्र, कार्यालय ज्ञापन, परिपत्र, कार्यालय आदेश, अधिसूचना, निविदा, प्रेस विज्ञप्ति
1- समाचार लेखन
2- विज्ञापन लेखन- अर्थ, प्रकार व विज्ञापनों में प्रयुक्त हिन्दी
3- अनुच्छेद लेखन (Article)
1- प्रयोजन मूलक हिन्दी: सिद्धांत और प्रयोग - दंगल झाल्टे, वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली।
2- प्रयोजन मूलक हिन्दी - विनोद शाही, आधार प्रकाशन, पंचकूला, हरियाणा
3- प्रयोजन मूलक हिन्दी के विविध रूप - डाॅ. राजेन्दª मिश्र, राकेश शर्मा, तक्षशिला प्रकाशन, 98- हिन्दी पार्क, दरियागंज, नई दिल्ली-110002
4- प्रयोजन मूलक हिन्दी - संरचना एवं अनुप्रयाग- डाॅ. राम प्रकाश, डाॅ- दिनेश गुप्त
5- संक्षेपण और पल्लवन - कैलाश चंद्र भाटिया/तुमन सिंह, प्रभात प्रकाशन, दिल्ली।
6- पत्रकारिता एवं सपादन कला, तुमन सिंह सी-पंत, राधा पब्लिकेशन, नई दिल्ली- 110002
द्वितीय परिवर्धित एवं परिमार्जित संस्करण 2015
7- पत्र व्यवहार निर्देशिका, डाॅ- भोलानाथ तिवारी, डाॅ- विजय कुलश्रेष्ठ।