आधुनिक हिन्दी कविता

Paper Code: 
CHIN 301
Credits: 
06
Contact Hours: 
90.00
Max. Marks: 
100.00
Objective: 

इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को आधुनिक कालीन प्रमुख कवियों के काव्य का अध्ययन करवाना है। ताकि वह हिंदी साहित्य के अंतर्गत होने वाले परिवर्तनों व खड़ीबोली हिंदी से हिंदी के मानक रूप तक के सफर को समझ सके ।

Course Outcome:

Course Outcome

Learning and teaching strategies

Assessment Strategies

 
 

पाठ्यक्रम पूर्ण करने के पश्चात विद्यार्थी इनमें सक्षम होगा-

 

CO 11आधुनिक कालीन काव्य के अध्ययन से खड़ी बोली के विकसित होते रूप को समझ पाएगा।

CO 12आदिकाल एवं मध्यकाल के बाद आधुनिक काल तक आते-आते हिंदी साहित्य कविता एवं काव्य लेखन शैली में आए हुए परिवर्तनों को समझ पाएगा।

CO 13मैथिलीशरण गुप्त आदि के काव्य के अध्ययन से महिलाओं की स्थिति एवं उनके योगदान को समझ पाएगा।

CO 14तात्कालिक धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक परिस्थितियों को समझते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज के प्रति अपने दायित्व एवं कर्तव्यों को समझने में सक्षम होगा।

CO 15रस का स्वरूप एवं अवयव का अध्ययन कर अपने भावों की अभिव्यक्ति उत्कृष्ट रूप से करने में सक्षम होगा

Approach in teaching:

प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा

 

Class test, Semester end examinations, Quiz, Solving problems in tutorials, Assignments

 

 

Unit 1: 
-
18.00
अयोध्या सिंह उपाध्याय ’हरिऔध’ (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)
  • कवि परिचय
  • रचना- प्रियप्रवास - (षष्ठ सर्ग)
  • ’हरिऔधजी के काव्य का आलोचनात्मक अध्ययन

मैथिलीशरण गुप्त (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)

  • कवि परिचय
  • रचनाएँ 1. यशोधरा  2. कैकयी अनुताप
  • गुप्त जी के काव्य का आलोचनात्मक अध्ययन
Unit 2: 
-
18.00
जयशंकर प्रसाद (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)
  • कवि परिचय
  • रचनाएँ - 1. आँसू 2. हे लाज भरे सौन्दर्य बता दो    3. ले चल वहाँ भूलावा देकार 4. अरूण यह मधुमय देश हमारा
 
Unit 3: 
-
18.00
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)
  • कवि परिचय
  • रचनाएँ- 1. जूही की कली 2. संध्या सुन्दरी   3 भिक्षुक , जागो फिर एक बार (भाग द्वितीय)
  • निरालाजी के काव्य का आलोचनात्मक अध्ययन
 
Unit 4: 
-
18.00
सच्दिानंद हीरानंद वात्स्यायन ‘अज्ञेय‘ (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)
  • कवि परिचय
  • रचनाएँ -  1.रात होते-प्रात हेाते 2. साँप के प्रति
  • छब्बीस जनवरी
नागार्जुन (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)
  • कवि परिचय
  • रचनाएँ - 1. हिम-कुसुमों का चंचरीक 2. तर्पण
  • नागार्जुनजी के काव्य का आलोचनात्मक अध्ययन
 
Unit 5: 
-
18.00
रस का स्वरूप, रस के अवयव- स्थायी भाव, विभाव, अनुभाव, संचारी भाव                                      , रस के भेदों का परिचय (9 रस)
Essential Readings: 
निर्धारित पाठ्यपुस्तक- 
  • आधुनिक काव्य संग्रह, सम्पादक रामवीर सिंह, केन्द्रीय हिन्दी संस्थान, आगरा, प्रकाशकः विश्वविद्यालय प्रकाशन, वाराणसी।
 
References: 
सहायक पुस्तकें:-
  • आधुनिक प्रतिनिधि कवि - द्वारिका प्रसाद सक्सेना
  • रचनाकार और उनकी कृतियों का सामान्य परिचय- डॉ0 हेतु भारद्वाज, पंचशील प्रकाशन, जयपुर, छठा संस्करण 2015
  • नागार्जुन और समकालीन विमर्श, संपादक रमा, प्रकाशक स्वराज प्रकाशन, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण, 2013
  • अलंकार पारिजातः नरोत्तमदास स्वामी
  • रस, अलंकार, छंद तथा अन्य काव्यंागः डॉ0 वंेकट शर्मा
  • आधुनिक हिन्दी कविता की मुख्य प्रवृत्तियाँः डॉ0 नगेन्द्र
  • छायावादः नामवर सिंह
  • भारतीय संस्कृति के अध्येताः मैथिलीशरण गुप्त
  • नया काव्य, शिव कुमार मिश्र
ई-पाठ्यसामग्रीः 
 
 

 

पत्र-पत्रिकाएँः

  • साहित्य अमृत मासिक पत्रिका
  •  संपादकः संजय सहाय, अक्षर प्रकाशन प्रा0 लि0, नई दिल्ली
  • वागार्थ, भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता
 

 

Academic Year: