इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थी वाणिज्य एवं व्यापार के क्षेत्र में प्रयुक्त होने वाली हिंदी भाषा व पारिभाषिक शब्दावली में निपुण होकर अपने कार्य क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही विभिन्न सरकारी कार्यालय, शिक्षण संस्थान एवं बैंक आदि क्षेत्रों में स्वयं की योग्यता सिद्ध कर सकते हैं। इस दृष्टि से यह पाठ्यक्रम विद्यार्थियों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
Course |
Course Outcome |
Learning and teaching strategies |
Assessment Strategies |
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Course Code |
Course Title |
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24AHIN100B |
Business Communication: Hindi (Theory) |
CO1: हिंदी भाषा तथा उसकी उत्पत्ति के मूल सिद्धांतों तथा अवधारणाओं के साथ ही प्रयोजनमूलक हिंदी के ज्ञान से परिचित हो विषयानुरूप समीक्षा कर पाएगा CO2: वाणिज्य के क्षेत्र में प्रयुक्त होने वाले विशिष्ट रूप से परिचित हो व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े विषयों की समीक्षा कर पाएगा। CO3: अनुवाद प्रक्रिया से परिचित हो कार्यालय क्षेत्र में हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यम से तुलनात्मक अध्ययन कर पाएगा। CO4: प्रेस प्रबंधन के विभिन्न विभागों व उनके कार्यों से परिचित हो भविष्य में एक सुदृढ़ प्रबंधन का कार्य कर सकता है CO5: बाजार संवाददाता के रूप में कार्य कर सकता है CO6: विषय के अनुरूप अपनी बात को प्रभावात्मक तरीके से स्पष्ट कर सकेगा। |
शिक्षण विधियां: प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा
छात्र अधिगमन गतिविधियां: स्व मूल्यांकन समनुदेशन, प्रभावात्मक प्रश्न, विषय अनुसार लक्ष्य देना, प्रस्तुतीकरण |
कक्षा परीक्षण, प्रश्नोत्तरी, समनुदेशन, समूह चर्चा और प्रस्तुति,परियोजना कार्य,उपशिक्षण में समस्याओं का समाधान, मुख्य परीक्षाएँ |
1. हिन्दी भाषा परिचय
2. प्रयोजन मूलक हिन्दी की आवष्यकता एवं महत्व
3. प्रयोजन मूलक हिन्दी के विविध रूप
(क) वाणिज्य और व्यापार के क्षेत्र में हिन्दी
(ख) कार्यालयी हिन्दी
(ग) संचार माध्यमों में हिन्दी
(घ) विज्ञापन के क्षेत्र में हिन्दी
() वैज्ञानिक और तकनीकी हिन्दी
1. भूमिका
2. प्रबंध संपादक की भूमिका
3. प्रबंधन के प्रकार- विज्ञापन प्रबंधन, प्रसार प्रबंधन, कार्यालय प्रबंधन
.1 अर्थ, उपयोगिता, प्रकार
2. बाज़ार समाचार में भाषा का विशिष्ट प्रयोग
3. बाज़ार समाचार की तकनीकी शब्दावली
. 1 प्रयोजन मूलक हिन्दी: सिद्धांत और प्रयोग - दंगल झाल्टे, वाणी प्रकाशन, 21-ए दरियागंज, नई दिल्ली, संस्करण 2006
2. प्रयोजन मूलक हिन्दी: संरचना एवं अनुप्रयोग - डाॅ. राम प्रकाश, डाॅ. दिनेश गुप्त, राधाकृष्ण प्रकाशन प्राइवेट लिमिटेड, 7/31, अंसारी मार्ग, दरिया गंज, नई दिल्ली, संस्करण 2008
3. व्यावसायिक हिन्दी - दिलीप सिंह, उच्च शिक्षा और शोध संस्थान, दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा, मद्रास, प्रथम संस्करण 1992
4. प्रयोजनमूलक हिन्दी और पत्रकारिता - डाॅ. दिनेश प्रसाद सिंह, वाणी प्रकाशन, 21-ए दरियागंज, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण 2007
5. प्रयोजनमूलक मानक हिन्दी-ओंकारनाथ वर्मा, भारत बुक स्टोर, लखनऊ, द्वितीय संस्करण
1 प्रयोजनमूलक हिन्दी के विविध रूप - डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद मिश्र, राकेष शर्मा, तक्षशिला प्रकाशन, 98- ए, हिन्दी पार्क दरियागंज, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण 2005
2. अनुवाद विज्ञान और संप्रेषण - डाॅ. हरिमोहन, तक्षशिला प्रकाशन, 98ए, हिंदी पार्क, दरियागंज, नई दिल्ली, द्वितीय संस्करण 2006
3. वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली, वैज्ञानिक एवं तकनीकी शब्दावली आयोग, नई दिल्ली
ई-सहायक पाठ्यसामग्री-