हिन्दी भाषा और संप्रेषण

Paper Code: 
IHIN200
Credits: 
02
Contact Hours: 
30.00
Max. Marks: 
100.00
Objective: 

इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थी को भाषा की उत्पत्ति एवं विकास के साथ ही हिंदी भाषा की उत्पत्ति तथा उसकी व्याकरणिक विशेषताओं की सामान्य जानकारी प्राप्त करवाना है। ताकि विद्यार्थी हिंदी भाषा की वर्ण व्यवस्था आदि व्याकरणिक आधारों का परिचय प्राप्त कर भाषा के उच्चारण , लेखन तथा पठन में शुद्ध रूप का प्रयोग कर अपने कार्य क्षेत्र में भाषा के माध्यम से अपनी योग्यता सिद्ध कर सके।

 

Course Outcomes: 

Course

Course Outcome

Learning and teaching strategies

Assessment Strategies

Course Code

Course Title

24IHIN200

हिन्दी भाषा और संप्रेषण

(Theory)

CO6: भाषा और उसकी उत्पत्ति के मूल सिद्धांतों अवधारणाओं का सामान्य परिचय प्राप्त कर भाषिक परिवर्तनों का विवेचन कर पाएगा।

CO7: वर्णों के भेदों एवं उच्चारण स्थानों का ज्ञान प्राप्त कर भाषा लेखन एवं उच्चारण में शुद्ध रूप का प्रयोग कर पाएगा

CO8: बलाघात,, संगम ,अनुतान तथा संधि का ज्ञान प्राप्त कर अभिव्यक्ति कौशल में निपुण होगा  और अपने विषय को विवेचनात्मक तरीके से प्रस्तुत कर पाएगा।

CO9: प्रभावी संप्रेषण का महत्व समझने के साथ-साथ विद्यार्थी रोजगार के विभिन्न क्षेत्रों हेतु लेखन, वाचन, पठन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा पाएगा

CO10: विभिन्न प्रकार से अपने भावों की अभिव्यक्ति शैली से परिचित हो जीवन में उसका प्रयोग कर उत्कृष्टता ला पाएगा

CO11:  विभिन्न प्रकार के वाक्य रचना शैली से परिचित हो, शुद्ध लेखन से भावों एवं विचारों का उत्कृष्ठ शैली में लेखन कर पायेगा।

 CO12: विषय के अनुरूप अपनी बात को प्रभावात्मक तरीके से स्पष्ट कर पाएगा

शिक्षण विधियां : प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा

 

 

छात्र अधिगमन गतिविधियां:

 स्व मूल्यांकन समनुदेशन, प्रभावात्मक प्रश्न, विषय अनुसार लक्ष्य देना, प्रस्तुतीकरण

 

 

कक्षा परीक्षण, प्रश्नोत्तरी,  समनुदेशन, समूह चर्चा और प्रस्तुति, परियोजना कार्य, उपशिक्षण में समस्याओं का समाधान, मुख्य परीक्षाएँ

 

Unit 1: 
-
6.00

भाषा की परिभाषा, प्रकृति एवं विविध रूप

हिन्दी भाषा की विशेषताएँ: क्रिया, विभक्ति, सर्वनाम, विशेषण एवं अव्यय संबंधी

Unit 2: 
-
6.00
हिन्दी की वर्ण-व्यवस्था: स्वर एवं व्यंजन
स्वर के प्रकार- हृस्व, दीर्घ तथा संयुक्त 
व्यंजन के प्रकार- स्पर्श, अन्तस्थ, ऊष्म, अल्पप्राण, महाप्राण, घोष तथा अघोष
वर्णों का उच्चारण स्थान: कण्ठ्य, तालव्य, मूर्द्धन्य, दन्त्य, ओष्ठ्य तथा दन्तोष्ठ्य
Unit 3: 
-
6.00

बलाघात, संगम, अनुतान तथा संधि

Unit 4: 
-
6.00
भाषा संप्रेषण के चरण: श्रवण, अभिव्यक्ति, वाचन तथा लेखन।
हिन्दी वाक्य रचना, वाक्य और उपवाक्य। वाक्य भेद। वाक्य का रूपान्तर।
Unit 5: 
-
6.00
भावार्थ और व्याख्या, आशय लेखन,
पत्र लेखन- प्रार्थना पत्र, आवेदन पत्र, शिकायती पत्र, अभिनंदन पत्र, व्यावसायिक पत्र।
Essential Readings: 
  • हिन्दी व्याकरण एवं संप्रेषण- डॉ. अलका वशिष्ठ एवं अजय गोयल, साहित्य सरोवर, आगरा
  • सरस्वती मानक हिन्दी व्याकरण तथा रचना - डां. कमल सत्यार्थी
सहायक पुस्तकें:
  • परिष्कृत हिन्दी व्याकरण - बदरीनाथ कपूर
  • संक्षेपण और पल्लवन - कैलाश चन्द भाटिया/तुमन सिंह, प्रभात प्रकाशन दिल्ली।
  • हिन्दी व्यावहारिक ज्ञान, माणक चंद भगत, जयपुर पब्लिषिंग हाउस, जयपुर।
  • संप्रेषण-परक व्याकरणः सिद्धांत और स्वरूप, सुरेश कुमार 
  • हिन्दी भाषा और संप्रेषण, डॉ0 रूचिरा ढींगरा, डॉ0 आलोक रंजन पांडेय, प्रकाशक-STS Book Depot   
  •  हिन्दी भाषा संप्रेषण और संचार, डॉ0 अनिरूद्ध कुमार ’सुधांशु’, डॉ0 महन्थी प्रसाद यादव, प्रकाशक श्री नटराज प्रकाशन, दिल्ली।

 

References: 

ई-पाठ्यसामग्रीः

शोध पत्र-पत्रिकाएँः
  • साहित्य अमृत मासिक पत्रिका
  •  हंस, संपादकः संजय सहाय, अक्षर प्रकाशन प्रा0 लि0, नई दिल्ली
  • वागार्थ, भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता
Academic Year: