इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थी को भाषा की उत्पत्ति एवं विकास के साथ ही हिंदी भाषा की उत्पत्ति तथा उसकी व्याकरणिक विशेषताओं की सामान्य जानकारी प्राप्त करवाना है। ताकि विद्यार्थी हिंदी भाषा की वर्ण व्यवस्था आदि व्याकरणिक आधारों का परिचय प्राप्त कर भाषा के उच्चारण , लेखन तथा पठन में शुद्ध रूप का प्रयोग कर अपने कार्य क्षेत्र में भाषा के माध्यम से अपनी योग्यता सिद्ध कर सके।
Course |
Course Outcome |
Learning and teaching strategies |
Assessment Strategies |
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Course Code |
Course Title |
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24IHIN200 |
हिन्दी भाषा और संप्रेषण (Theory) |
CO6: भाषा और उसकी उत्पत्ति के मूल सिद्धांतों अवधारणाओं का सामान्य परिचय प्राप्त कर भाषिक परिवर्तनों का विवेचन कर पाएगा। CO7: वर्णों के भेदों एवं उच्चारण स्थानों का ज्ञान प्राप्त कर भाषा लेखन एवं उच्चारण में शुद्ध रूप का प्रयोग कर पाएगा CO8: बलाघात,, संगम ,अनुतान तथा संधि का ज्ञान प्राप्त कर अभिव्यक्ति कौशल में निपुण होगा और अपने विषय को विवेचनात्मक तरीके से प्रस्तुत कर पाएगा। CO9: प्रभावी संप्रेषण का महत्व समझने के साथ-साथ विद्यार्थी रोजगार के विभिन्न क्षेत्रों हेतु लेखन, वाचन, पठन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा पाएगा CO10: विभिन्न प्रकार से अपने भावों की अभिव्यक्ति शैली से परिचित हो जीवन में उसका प्रयोग कर उत्कृष्टता ला पाएगा CO11: विभिन्न प्रकार के वाक्य रचना शैली से परिचित हो, शुद्ध लेखन से भावों एवं विचारों का उत्कृष्ठ शैली में लेखन कर पायेगा। CO12: विषय के अनुरूप अपनी बात को प्रभावात्मक तरीके से स्पष्ट कर पाएगा |
शिक्षण विधियां : प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा
छात्र अधिगमन गतिविधियां: स्व मूल्यांकन समनुदेशन, प्रभावात्मक प्रश्न, विषय अनुसार लक्ष्य देना, प्रस्तुतीकरण
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कक्षा परीक्षण, प्रश्नोत्तरी, समनुदेशन, समूह चर्चा और प्रस्तुति, परियोजना कार्य, उपशिक्षण में समस्याओं का समाधान, मुख्य परीक्षाएँ |
भाषा की परिभाषा, प्रकृति एवं विविध रूप
हिन्दी भाषा की विशेषताएँ: क्रिया, विभक्ति, सर्वनाम, विशेषण एवं अव्यय संबंधी
बलाघात, संगम, अनुतान तथा संधि
ई-पाठ्यसामग्रीः