तुलसीदास

Paper Code: 
DHIN 501 A
Credits: 
06
Contact Hours: 
90.00
Max. Marks: 
100.00
Objective: 

इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को तुलसीदास  की रचनाओं का विस्तृत अध्ययन करवाना है। ताकि विद्यार्थी उनमें निहित धार्मिक तत्वों, राम के विभिन्न गुणों और भारतीय संस्कृति के मूल्यों से परिचित हो सके।

Course Outcome:

Course Outcome

Learning and teaching strategies

Assessment Strategies

 
 

पाठ्यक्रम पूर्ण करने के पश्चात विद्यार्थी इनमें सक्षम होगा-

CO 21तुलसीदास की रचनाओं के माध्यम से तत्कालीन धार्मिक एवं सामाजिक परिस्थितियों का ज्ञान प्राप्त कर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में उसे समझ पाएगा

CO 22तुलसीदास की रचनाओं में व्यक्त समन्वय एवं सौहार्द के भाव को समझकर वर्तमान परिस्थितियों में अनुकूल आचरण कर पाएगा

CO 23तुलसीदास की रचनाओं के माध्यम से अवधी भाषा तथा ब्रजभाषा के व्यवहारिक एवं साहित्य रूप को समझ पाएगा

CO 24तुलसीदास की रचनाओं में जीवन मूल्यों, धार्मिक तत्त्वों, व्यवहारिक समस्याओं और सामाजिक परिवर्तन की भावनाओं का समावेश है। जिन का अध्ययन कर समाज के प्रति अपने दायित्वों को समझ पाएगा

CO 25सगुण भक्ति एवं भारतीय दर्शन के महत्व को समझ पाएगा

Approach in teaching:

प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा

 

Class test, Semester end examinations, Quiz, Solving problems in tutorials, Assignments

 

 

Unit 1: 
-
18.00
तुलसीदास (आलोचनात्मक अध्ययन)
  • जीवन परिचय
  • तुलसी की प्रमुख रचनाएँ
  • तुलसी की काव्य कला
  • तुलसी की भक्ति भावना
  • लोकनायक तुलसी की समन्वय भावना
  • तुलसी की सामाजिक-सांस्कृतिक दृष्टि
 
Unit 2: 
-
18.00
रामचरित मानस (व्याख्यात्मक तथा आलोचनात्मक अध्ययन)
  • अयोध्याकांड: (गीताप्रेस, गोरखपुर) (पद संख्या 67 से 185 तक) 
  • अयोध्याकांड का काव्य सौन्दर्य
 
Unit 3: 
-
18.00
कवितावली (व्याख्यात्मक तथा आलोचनात्मक अध्ययन)
  • उत्तरकांड (गीताप्रेस, गोरखपुर) (छंद 20) छंद संख्या- 35, 44, 60, 67, 74, 84, 88, 89, 108, 119, 126, 134, 136, 140, 141, 146, 153, 161, 165, 182
  • कवितावली का काव्य सौन्दर्य
 
Unit 4: 
-
18.00
गीतावली (व्याख्यात्मक तथा आलोचनात्मक अध्ययन)
  • बालकांड: (गीताप्रेस, गोरखपुर), 20 पद - पद संख्या- 7, 8, 9, 10, 18, 24, 26, 31, 33, 36, 44, 73, 95, 97, 101, 104, 105, 106, 107, 110
  • गीतावली का काव्य सौंदर्य
 
Unit 5: 
-
18.00
विनय पत्रिका (व्याख्यात्मक तथा आलोचनात्मक अध्ययन)
  • विनयपत्रिका - (गीताप्रेस गोरखपुर) (चुने हुए कुल 20 पद) पद संख्या- 1, 30, 36, 41, 45, 72, 79, 85, 90, 94, 101, 103, 104, 105, 111, 114, 165, 167, 201, 272
  • विनयपत्रिका का काव्य सौंदर्य
 
Essential Readings: 
निर्धारित पुस्तकें-
  • रामचरित मानस - (गीताप्रेस, गोरखपुर) - तुलसीदास
  • कवितावली - (गीताप्रेस, गोरखपुर) - तुलसीदास
  • गीतावली - (गीताप्रेस, गोरखपुर) - तुलसीदास
  • विनयपत्रिका -(गीताप्रेस, गोरखपुर) - तुलसीदास
 
References: 
सहायक पुस्तकें-
  • प्राचीन एवं मध्यकालीन काव्य - डा. रामकुमार परमार
  • हिंदी के प्राचीन प्रतिनिधि कवि - द्वारिका प्रसाद सक्सेना
  • तुलसीदास - नंदकिशोर नवल
  • तुलसीदास - आज के आलोचकों की नजर में - लक्ष्मण यादव, प्रकाशक स्वराज प्रकाशन, नई दिल्ली, प्रथम संस्करण, 2014
  • कालजयी कवि और उनका काव्यः तुलसीदास, सपांदक माधव हाड़ा, राजपाल एंड सन्स, दिल्ली, प्रथम संस्करण, 2021
  • गोस्वामी तुलसीदास - माताप्रसाद गुप्त
  • रामचरितमानस के रचना शिल्प का विवेचन - योगेन्द्रप्रताप सिंह
  • तुलसी मीमांसा - उदयभानु सिंह

ई-पाठ्यसामग्रीः 

शोध पत्र-पत्रिकाएँः
  • साहित्य अमृत मासिक पत्रिका
  • हंस, संपादकः संजय सहाय, अक्षर प्रकाशन प्रा0 लि0, नई दिल्ली
  • वागार्थ, भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता
 
 
Academic Year: