इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को आधुनिक कालीन प्रमुख कवियों के काव्य का अध्ययन करवाना है। ताकि वह हिंदी साहित्य के अंतर्गत होने वाले परिवर्तनों व खड़ीबोली हिंदी से हिंदी के मानक रूप तक के सफर को समझ सके ।
Course Outcome:
Course Outcome |
Learning and teaching strategies |
Assessment Strategies |
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पाठ्यक्रम पूर्ण करने के पश्चात विद्यार्थी इनमें सक्षम होगा- CO 11आधुनिक कालीन काव्य के अध्ययन से खड़ी बोली के विकसित होते रूप को समझ पाएगा। CO 12आदिकाल एवं मध्यकाल के बाद आधुनिक काल तक आते-आते हिंदी साहित्य कविता एवं काव्य लेखन शैली में आए हुए परिवर्तनों को समझ पाएगा। CO 13मैथिलीशरण गुप्त आदि के काव्य के अध्ययन से महिलाओं की स्थिति एवं उनके योगदान को समझ पाएगा। CO 14तात्कालिक धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक परिस्थितियों को समझते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में समाज के प्रति अपने दायित्व एवं कर्तव्यों को समझने में सक्षम होगा। CO 15रस का स्वरूप एवं अवयव का अध्ययन कर अपने भावों की अभिव्यक्ति उत्कृष्ट रूप से करने में सक्षम होगा |
Approach in teaching: प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा
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Class test, Semester end examinations, Quiz, Solving problems in tutorials, Assignments |
मैथिलीशरण गुप्त (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)
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