इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को आधुनिक कालीन प्रमुख कवियों के काव्य का अध्ययन करवाना है। ताकि वह हिंदी साहित्य के अंतर्गत होने वाले परिवर्तनों व खड़ीबोली हिंदी से हिंदी के मानक रूप तक के सफर को समझ सके ।
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Learning and teaching strategies |
Assessment Strategies |
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24CHIN301 |
आधुनिक हिन्दी कविता(Theory) |
CO13: अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ तथा मैथिलीशरण गुप्त के काव्य का आलोचनात्मक अध्ययन कर पाएगा CO14: जयशंकर प्रसाद के काव्य का व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन करते हुए वर्णित विषयों की समीक्षा कर पाएगा। CO15: सूर्यकांत त्रिपाठी निराला के काव्य का अध्ययन करते हुए साहित्य शैली में आए परिवर्तनों का विवेचन कर पाएगा। CO16: अज्ञेय तथा नागार्जुन के साहित्य का व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन करते हुए तत्कालीन समाज की परिस्थितियों का आकलन कर पाएगा CO17: रस का स्वरूप एवं अवयव का अध्ययन कर अपने भावों की अभिव्यक्ति उत्कृष्ट रूप से करने में सक्षम होगा CO18: विषय के अनुरूप अपनी बात को प्रभावात्मक तरीके से स्पष्ट कर पाएगा |
शिक्षण विधियां : प्रभावात्मक व्याख्यान विधि, प्रत्यक्ष उदाहरणों के माध्यम से शिक्षण, परिचर्चा
छात्र अधिगमन गतिविधियां: स्व मूल्यांकन समनुदेशन, प्रभावात्मक प्रश्न, विषय अनुसार लक्ष्य देना, प्रस्तुतीकरण |
कक्षा परीक्षण, प्रश्नोत्तरी, समनुदेशन, समूह चर्चा और प्रस्तुति,परियोजना कार्य,उपशिक्षण में समस्याओं का समाधान, मुख्य परीक्षाएँ |
अयोध्या सिंह उपाध्याय ’हरिऔध’ (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)
मैथिलीशरण गुप्त (व्याख्यात्मक एवं आलोचनात्मक अध्ययन)
रस का स्वरूप, रस के अवयव- स्थायी भाव, विभाव, अनुभाव, संचारी भाव , रस के भेदों का परिचय (9 रस)
पत्र-पत्रिकाएँः